PM KISAN Scheme: भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के करोड़ों किसानों के लिए बड़ी राहत बनी हुई है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है, जो तीन किस्तों में सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। यह योजना उन छोटे और सीमांत किसानों के लिए है जिनकी आय का मुख्य स्रोत खेती है। सरकार का उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना और खेती में उनकी निर्भरता को स्थिर करना है। अब तक इसके तहत करोड़ों किसानों को लाभ मिल चुका है और 20वीं किस्त का इंतजार बेसब्री से किया जा रहा है। यह किस्त देशभर के किसानों के लिए बड़ी सौगात लेकर आने वाली है।
कब आएगी 20वीं किस्त
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त अगस्त 2025 के पहले सप्ताह में जारी की जा सकती है। उम्मीद है कि यह किस्त 5 से 10 अगस्त के बीच लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। यह तय समय पर जारी की जा रही है ताकि किसान खरीफ फसल की तैयारी समय पर कर सकें। सरकार इस बार प्रक्रिया को और पारदर्शी और तेज बनाने की तैयारी कर रही है। जिन किसानों ने e-KYC पूरी कर ली है, उन्हें प्राथमिकता के साथ भुगतान किया जाएगा। इस किस्त की राशि ₹2000 होगी, जैसा कि पहले की किस्तों में होता आया है। किसानों को अपने बैंक खाते चेक करते रहना चाहिए।
कितने किसानों को मिलेगा लाभ
20वीं किस्त से देशभर के करीब 5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। यह आंकड़ा उन किसानों का है जिन्होंने अपनी e-KYC समय पर पूरी कर ली है और जिनके दस्तावेज़ सत्यापित पाए गए हैं। सरकार का कहना है कि जिन किसानों की KYC लंबित है, वे जल्दी से पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन या CSC सेंटर के माध्यम से पूरी करें ताकि किस्त समय पर उनके खाते में आ जाए। पिछले कुछ महीनों में सरकार ने फर्जीवाड़े को रोकने के लिए लाखों लाभार्थियों को सूची से बाहर किया था, जिससे अब केवल सही पात्र किसान ही योजना का लाभ उठा पाएंगे। यह पारदर्शिता किसानों में भरोसा बढ़ाने का काम कर रही है।
ऐसे करें स्थिति चेक
यदि आप पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं और जानना चाहते हैं कि आपका नाम 20वीं किस्त की सूची में है या नहीं, तो इसके लिए आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। वहां “Beneficiary Status” विकल्प पर क्लिक करें और अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालें। इससे आपको यह पता चल जाएगा कि किस्त जारी की गई है या नहीं। साथ ही आप अपने बैंक खाते में लॉगिन करके भी ट्रांजेक्शन हिस्ट्री चेक कर सकते हैं। सरकार ने इस बार सभी लेनदेन को डिजिटल प्लेटफॉर्म के ज़रिए पारदर्शी बनाने की पूरी कोशिश की है ताकि किसी भी लाभार्थी को जानकारी की कमी न हो।
E-KYC क्यों जरूरी
PM Kisan योजना के तहत अब e-KYC अनिवार्य कर दी गई है। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि योजना का लाभ केवल सही किसानों को ही मिले और किसी तरह का फर्जीवाड़ा न हो। अगर आपने अभी तक e-KYC नहीं करवाई है तो तुरंत pmkisan.gov.in पर जाकर OTP आधारित या बायोमैट्रिक के ज़रिए इसे पूरा करें। यदि KYC नहीं हुई है, तो आपका नाम लाभार्थी सूची से हटा दिया जाएगा और आपको किस्त नहीं मिलेगी। सरकार ने पहले भी चेतावनी दी थी कि बिना e-KYC के कोई भी भुगतान नहीं किया जाएगा। इसलिए सभी किसानों को जल्द से जल्द अपनी पहचान प्रमाणित करनी चाहिए।
बैंक खाता हो एक्टिव
सरकार द्वारा जारी की जाने वाली ₹2000 की किस्त सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है। लेकिन कई बार किस्त इसलिए अटक जाती है क्योंकि बैंक खाता बंद होता है, आधार से लिंक नहीं होता या NPCI मैपिंग नहीं होती। इसलिए सभी किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका बैंक खाता एक्टिव हो और उसमें आधार नंबर सही से लिंक हो। साथ ही बैंक में जाकर NPCI से खाते को Seed करना भी आवश्यक है, ताकि DBT के जरिए पैसा सीधे पहुंच सके। सरकार इस बार किसी भी गड़बड़ी से बचना चाहती है और इसलिए सभी किसानों को खुद से भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
ये दस्तावेज़ रखें तैयार
PM Kisan की 20वीं किस्त प्राप्त करने के लिए जिन किसानों ने पहले ही रजिस्ट्रेशन कर लिया है, उन्हें बस यह सुनिश्चित करना है कि उनके दस्तावेज़ अपडेट और सत्यापित हों। मुख्य दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि के कागज और मोबाइल नंबर शामिल हैं। अगर आपने मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं किया है तो बैंक या CSC केंद्र जाकर यह प्रक्रिया तुरंत पूरी करें। जिन किसानों ने अभी तक इस योजना में आवेदन नहीं किया है, वे भी इन दस्तावेजों के साथ रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और अगली किस्त का लाभ पा सकते हैं। दस्तावेज़ों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से भुगतान रुक सकता है।
खरीफ सीजन में राहत
20वीं किस्त ऐसे समय पर जारी की जा रही है जब किसान खरीफ फसल की बुआई और खाद-बीज की खरीद में व्यस्त होते हैं। इस समय नकद की जरूरत सबसे अधिक होती है और सरकार इस बात को समझते हुए हर साल जुलाई-अगस्त में एक किस्त जारी करती है। ₹2000 की यह राशि भले बड़ी न लगे लेकिन छोटे किसानों के लिए यह बड़ी राहत होती है, जिससे वे बीज, खाद और दवा खरीद सकते हैं। इससे न सिर्फ खेती में मदद मिलती है बल्कि किसानों का आत्मबल भी बढ़ता है। यह योजना किसानों की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जाती है।
अस्वीकृति
यह लेख पीएम किसान सम्मान निधि योजना की सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी और हालिया मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। 20वीं किस्त की तारीख सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से घोषित की जानी बाकी है, इसलिए कृपया योजना की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर समय-समय पर विजिट करते रहें। लेख का उद्देश्य पाठकों को सूचना देना है न कि किसी भी प्रकार की योजना की पुष्टि करना। किसी भी आर्थिक निर्णय से पहले सरकारी पोर्टल से सत्यापन करना ज़रूरी है। लेखक या प्रकाशक किसी भी नुकसान या असुविधा के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। जानकारी अपडेट होने पर सरकार द्वारा नई सूचना जारी की जाएगी।