Aadhar Card Rule: सरकार ने आधार कार्ड को लेकर बड़ा फैसला ले लिया है, जिससे करोड़ों आधार धारकों को सतर्क हो जाना चाहिए। अब जिन लोगों के आधार कार्ड 10 साल से ज्यादा पुराने हो चुके हैं और जिन्होंने आज तक अपना आधार अपडेट नहीं कराया है, उनके आधार कार्ड अस्थायी रूप से निष्क्रिय किए जा सकते हैं। यह नियम 26 जुलाई 2025 से पूरे देश में लागू कर दिया गया है। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने पहले ही लोगों से अपने पुराने आधार कार्ड को अपडेट कराने की अपील की थी, लेकिन अब यह नियम सख्ती से लागू किया जा रहा है। इसका सीधा असर सरकारी योजनाओं, बैंकिंग सुविधाओं और मोबाइल सिम जैसी सेवाओं पर पड़ सकता है।
किनका आधार होगा बंद
UIDAI के अनुसार, जिन व्यक्तियों ने 10 वर्ष पहले आधार बनवाया था और अब तक उसमें कोई दस्तावेज़ अपडेट नहीं किया, उनके आधार कार्ड ‘इनएक्टिव’ घोषित किए जा सकते हैं। जिन नागरिकों का आधार वर्ष 2013 या उससे पहले बना था, वे इस दायरे में आते हैं। ऐसे लोग यदि अपना पते, पहचान या बायोमेट्रिक अपडेट नहीं कराते हैं, तो उन्हें सरकारी सेवाओं के इस्तेमाल में रुकावट का सामना करना पड़ सकता है। इस नियम का मुख्य उद्देश्य आधार डेटा को ताजा और सटीक बनाए रखना है ताकि फर्जी पहचान या धोखाधड़ी की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
सेवाओं पर पड़ेगा असर
पुराना और अपडेट न किया गया आधार कार्ड अस्थायी रूप से निष्क्रिय हो सकता है, जिससे लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी और निजी सेवाओं में कठिनाई आ सकती है। बैंक खाता खोलना, पेंशन प्राप्त करना, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना, मोबाइल सिम लेना, ट्रेन टिकट बुक कराना या इनकम टैक्स रिटर्न भरना – सभी कार्यों में आधार अनिवार्य हो गया है। अगर आपका आधार निष्क्रिय हो गया है, तो OTP सत्यापन या पहचान की पुष्टि असंभव हो सकती है। इसलिए UIDAI ने लोगों से समय रहते डॉक्यूमेंट अपडेट कराने की अपील की है ताकि सेवाओं में कोई रुकावट न आए।
कैसे करें अपडेट
अपने आधार को अपडेट करना बेहद आसान है। आप ऑनलाइन mAadhaar ऐप या UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “Document Update” सेक्शन में पहचान और पते के दस्तावेज़ फिर से अपलोड कर सकते हैं। इसके अलावा नजदीकी आधार सेवा केंद्र या CSC केंद्र पर जाकर भी यह कार्य किया जा सकता है। पहचान के लिए PAN कार्ड, वोटर ID, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट और पते के लिए बिजली का बिल, बैंक स्टेटमेंट या राशन कार्ड जैसे दस्तावेज़ मान्य होते हैं। अपडेट की प्रक्रिया में ₹50 शुल्क लिया जाता है और प्रक्रिया पूरी होने में 3 से 5 दिन लग सकते हैं।
कौन हैं अपवाद
हालांकि यह नियम सभी आधार धारकों पर लागू है, लेकिन कुछ वर्गों को इससे अस्थायी छूट दी गई है। उदाहरणस्वरूप, जिन नागरिकों ने हाल ही में अपना बायोमेट्रिक या मोबाइल नंबर अपडेट कराया है, उन्हें फिलहाल दोबारा दस्तावेज़ अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा जिनका आधार पिछले 2 वर्षों के भीतर किसी भी सरकारी सेवा में सफलतापूर्वक उपयोग हुआ है, उनका आधार भी फिलहाल सक्रिय रहेगा। हालांकि UIDAI फिर भी उन्हें आधार को दस्तावेज़ अपडेट के माध्यम से रिफ्रेश कराने की सलाह दे रही है ताकि भविष्य में किसी सेवा में बाधा न आए।
क्यों जरूरी है अपडेट
आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र बन चुका है और इसकी सटीकता और वैधता बनाए रखना जरूरी है। भारत में कई बार व्यक्ति का पता, नाम की वर्तनी या मोबाइल नंबर बदल जाता है और पुराना डेटा गलत साबित होता है। इसके अलावा समय के साथ फिंगरप्रिंट या फेस पहचान में भी बदलाव आ सकता है। अगर आधार डेटा अपडेट नहीं होगा तो बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन फेल हो सकता है। UIDAI का मानना है कि हर 10 साल में दस्तावेज़ रिव्यू से नागरिकों की पहचान और अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद बनेगी, जिससे डिजिटल इंडिया की दिशा में मजबूती मिलेगी।
कितने आधार होंगे प्रभावित
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक करीब 35 करोड़ से ज्यादा आधार कार्ड 10 साल पूरे कर चुके हैं, लेकिन इनमें से केवल 15 करोड़ ही अब तक अपडेट हुए हैं। इसका मतलब है कि करीब 20 करोड़ आधार कार्ड धारकों पर यह नया नियम लागू होगा। इनमें से बड़ी संख्या ग्रामीण और छोटे शहरों में रहने वाले लोगों की है, जिन्हें शायद इस बदलाव की जानकारी नहीं है। UIDAI राज्य सरकारों और CSC नेटवर्क के जरिए जनजागरूकता अभियान चला रही है ताकि सभी लोग समय रहते अपने दस्तावेज़ अपडेट करा सकें और सेवाओं का सुचारू रूप से लाभ ले सकें।
समय पर करें अपडेट
UIDAI ने लोगों को सलाह दी है कि वे 30 सितंबर 2025 से पहले अपने आधार कार्ड में दस्तावेज़ अपडेट करवा लें। यह समयसीमा अंतिम नहीं है लेकिन उसके बाद UIDAI कुछ आधार कार्ड्स को निष्क्रिय घोषित कर सकता है। अगर किसी का आधार निष्क्रिय हो गया तो दोबारा एक्टिवेट कराने में काफी समय और परेशानी हो सकती है। इसलिए बेहतर है कि आप बिना देरी किए अपडेट प्रक्रिया पूरी करें। आधार अपडेट कराने के बाद उसका स्टेटस भी UIDAI वेबसाइट पर जाकर चेक किया जा सकता है, जिससे आपको पुष्टि मिल जाएगी कि आपका आधार फिर से पूरी तरह सक्रिय है।
सरकार की मंशा
सरकार का उद्देश्य लोगों को परेशान करना नहीं बल्कि डिजिटल पहचान को और अधिक मजबूत बनाना है। इस कदम के जरिए सरकार चाहती है कि आधार डेटाबेस में गलत जानकारी को हटाया जाए और केवल सक्रिय व सही जानकारी वाले नागरिक ही डिजिटल सेवाओं का लाभ लें। इससे ना केवल पहचान की चोरी रोकी जा सकेगी बल्कि सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता भी बढ़ेगी। UIDAI ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोई भी व्यक्ति चाहे तो आधार में समय-समय पर अपने दस्तावेज़ निःशुल्क अपडेट करवा सकता है। सरकार का यह कदम डिजिटल इंडिया को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
अस्वीकृति
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी स्रोतों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, जिसका उद्देश्य केवल पाठकों को आधार कार्ड से जुड़े हालिया नियमों से अवगत कराना है। इसमें उल्लिखित नियम समय के साथ बदल सकते हैं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि किसी भी प्रकार की पहचान, सेवा या कानूनी निर्णय लेने से पहले UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी आधार केंद्र से संपर्क करें। लेखक और प्रकाशक किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। इस लेख का मकसद केवल जानकारी देना है, न कि किसी आधिकारिक घोषणा का विकल्प बनना।